Tuesday, March 20, 2012

Fwd: उत्तर प्रदेश के सीतापुर् जनपद मे तम्बौर इलाके के अकबरपुर गांव मे करंट आने से एक युवक की मौत, तीन झुलसे गये के सन्दर्भ मे !



---------- Forwarded message ----------
From: Detention Watch <pvchr.adv@gmail.com>
Date: 2012/3/20
Subject: उत्तर प्रदेश के सीतापुर् जनपद मे तम्बौर इलाके के अकबरपुर गांव मे करंट आने से एक युवक की मौत, तीन झुलसे गये के सन्दर्भ मे !
To: Anil Kumar Parashar <jrlawnhrc@hub.nic.in>, akpnhrc@yahoo.com
Cc: lenin@pvchr.asia


                                                                                                   20 मार्च, 2012.
सेवा मे,  
           श्रीमान अध्यक्ष महोदय,
           राष्ट्रीय मानव मधिकार आयोग, 
           नई दिल्ली - भारत !                     
                                                                    
विषय - उत्तर प्रदेश के सीतापुर् जनपद मे तम्बौर इलाके के अकबरपुर गांव मे करंट आने से एक युवक की मौत, तीन झुलसे गये के सन्दर्भ मे !
 
महोदय, 
          हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के सीतापुर् जनपद मे तम्बौर इलाके के अकबरपुर गांव की ओर आकृष्ट कराना चाहुंगा, जहा मोबाइल में करंट आने से एक युवक की मौत, तीन झुलसे गये ! हादसे के शिकार युवक का बिना पोस्टमार्टम ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।     
       कई माह से ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। शुक्रवार को बिजली विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर बदला गया और गूलर की पेड. की शाखाओं से उसके एंगल कसे गए। 
       शनिवार सुबह अकबरपुर के कहार, वसीर, शफीउर्रहमान व आठ साल की तबस्सुम के घरों में मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगे हुए थे। इन चारों ने जैसे ही मोबाइल सेट उठाया उसमें दौड़ रहे करंट से सभी झुलस गए। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे परिवार के लोग करंट से झुलसे चारों लोगों को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे तब ही कहार की मौत हो गई। और जिस गूलर के पेड़ से विद्युत खंभों को कसा गया था, उसकी टहनियां झुलस गईं।  
       जिसकी सूचना पुलिस और विद्युत अधिकारियों को दी गई, लेकिन बिजली का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।       
       गलत तरीके से लगाया गया ट्रांसफार्मर बना हादसे का सबब। प्रधान अब्दुल सत्तार ने बताया कि अचानक तेज बिजली आने से हादसा हुआ।
 
        महोदय, इस मामले मे विभागीय लपरवाही अमानवीय प्रथा को उजागर करती है, तथा एक ओर मृतक को बिना पोस्टमार्टम किये दाह संस्कार करना पुलिस - प्रशासन की दबंगई !  
        अत: महोदय से निवेदन है की मृतक के परिवार के साथ घायलो को उचित मुआवजा और सुरक्षा प्रदान कराने के साथ सम्भावित दोषियो तथा जिम्मेदार अधिकारियो, जिन्होने मामले मे लिपा पोती की है उन पर मुकदमा दर्ज कराते हुए दण्डित करने की कृपा करे !
 
                                                                                                                                    भवदीय
 
 
                                                                                                                                डा0 लेनिन
                                                                                                                                 महासचिव  
                                                                                                                             PVCHR/JMN.
                                                                                                                       lenin@pvchr.asia



संलगनक :-
 
मोबाइल में करंट, युवक की मौत, तीन झुलसे
सीतापुर (ब्यूरो)। चार्जिंग के दौरान मोबाइल में करंट दौड़ने से शनिवार सुबह एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन बुरी तरह झुलस गए। हादसे के शिकार युवक का बिना पोस्टमार्टम ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।
तम्बौर के अकबरपुर गांव में कई माह से ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। शुक्रवार को बिजली विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर बदला गया और गूलर की शाखाओं से उसके एंगल कसे गए। बताते हैं कि शनिवार सुबह अकबरपुर के कहार, वसीर, शफीउर्रहमान व आठ साल की तबस्सुम के घरों में मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगे हुए थे। इन चारों ने जैसे ही मोबाइल सेट उठाया उसमें दौड़ रहे करंट से सभी झुलस गए। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे परिवार के लोग करंट से झुलसे चारों लोगों को अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे तब ही कहार की मौत हो गई।
नया ट्रांसफार्मर बना हादसे का सबब ः पेज 7 पर
 
 
नया ट्रांसफार्मर बना हादसे का सबब
मोबाइल में करंट से मौत का मामला
अमर उजाला ब्यूरो
सीतापुर। तम्बौर इलाके के अकबरपुर गांव में एक दिन पूर्व गांव में लगे जिस विद्युत ट्रांसफार्मर से ग्रामीणों में बिजली मिलने का जश्न था। उसी ने शनिवार सुबह एक युवक की जान ले ली। माना जा रहा है कि इसी ट्रांसफार्मर में आयी ख्‍ाराबी से ही हादसा हुआ।
ेसुबह ग्रामीणों ने मोबाइल चार्जिंग पर लगाया, तो विद्युत लाइनों में करंट इस तरह प्रवाह हो रहा था कि जिस गूलर के पेड़ से विद्युत खंभों को कसा गया था, उसकी टहनियां झुलस गईं। सूचना पुलिस और विद्युत अधिकारियों को दी गई। लेकिन बिजली का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था। इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता का कहना है कि मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है। लेकिन टीम भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी।
सुबह के छह बजे थे। विद्युतापूर्ति हो रही थी, उसी दौरान ग्रामीणों ने मोबाइल चार्जिंग पर लगा दिए। कुछ देर बाद जब ग्रामीणों ने मोबाइल चार्जिंग का हाल देखने के लिए जैसे ही मोबाइल को हाथ में उठाया। वैसे ही यहां के निवासी कहार, वशीर, शफीउर्रहमान, तबस्सुम झुलस गए। इस दौरान युवक कहार की अपनी जान गंवानी पड़ी। वसीर, शफीउर्रहमान, तबस्सुम को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार तीनों घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्रधान अब्दुल सत्तार ने बताया कि अचानक तेज बिजली आने से हादसा हुआ।
सूचना पर भी नहीं पहुंचा कोई अफसर
गलत तरीके से लगाया गया ट्रांसफार्मर बना हादसे का सबब।
 




--
Upendra Kumar
Manager Model Block,
PVCHR/JMN,
Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
U.P.-India-221002.
Mob:-  +91-9935599338

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Thursday, March 1, 2012

इरेंगबम रतांकुम, निवासी :- जिला - इम्फाल, राज्य - मणिपुर के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                                                   दिनांक - 01 मार्च, 2012.

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 01/09/2010 को श्री / सुश्री इरेंगबम रतांकुम, निवासी :- जिला - इम्फाल, राज्य - मणिपुर के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( उपेन्द्र कुमार )

समन्वयक

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

C/O:- मानवाधिकार जन निगरानी समिति (PVCHR)

         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

ईमेल – pvchr.adv@gmail.com



--
Upendra Kumar
Manager Model Block,
PVCHR/JMN,
Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
U.P.-India-221002.
Mob:-  +91-9935599338

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रफीक अहमद, पुत्र - जमिल अहमद, निवासी :- जिला - वाराणसी, राज्य - उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सेंट्रल जेल मे न्यायिक हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !


                                                              दिनांक - 01, मार्च, 2012

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 12/01/2012 को श्री / सुश्री रफीक अहमद, पुत्र - जमिल अहमद, निवासी :- जिला - वाराणसी, राज्य - उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सेंट्रल जेल मे न्यायिक हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( उपेन्द्र कुमार )

समन्वयक –

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

C/O:- मानवाधिकार जन निगरानी समिति (PVCHR)

         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

ईमेल – pvchr.adv@gmail.com

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Upendra Kumar
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PVCHR/JMN,
Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
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गन गगोई, निवासी :- जिला - डिब्रूगढ., राज्य - असम के पुलिस हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                              दिनांक - 01 मार्च, 2012 

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 03/03/2011 को श्री / सुश्री गन गगोई, निवासी :- जिला - डिब्रूगढ., राज्य - असम के पुलिस हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( शीरीन शबाना खान )

सिनियर मेम्बर मैनेजमेंट कमेटी. 
Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"
     C/O:- मानवाधिकार जन निगरानी समिति (PVCHR)

         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

ईमेल – shabana@pvchr.asia
 



सीतापुर मे पुलिस की पिटाई से युवक मरा !

सेवा मे,                                                                                                                                                                 01 मार्च, 2012.
             अध्यक्ष महोदय,     
             राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,     
             नई दिल्ली,भारत !

विषय :- सीतापुर मे सकरन थाना के पुलिसकर्मी के पिटाई से एक युवक मरा और दूसरा गम्भीर रूप से घायल होने के सन्दर्भ मे

      महोदय,
                हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद मे सकरन थाना  की ओर आकृष्ट कराना चाहूंगा, जहा तम्बौर थाना के एसो0 व एसओजी पुलिस द्वारा सरताज, पुत्र -  सम्मीउल्ला व चचेरे भाई जब्बर, पुत्र - हफीजुल्ला को बेरहमी के साथ पीटा, जिससे जब्बर की मृत्यु हो गयी और दूसरा युवक सरताज गम्भीर रूप से घायल हो गया है. इस सन्दर्भ मे पांच पुलिसकर्मियो को सस्पेंड कर उनके विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है ! कृप्या ईमेल के साथ संलगनक फाईल देंखे !   
 
               दोनो पीडित ग्राम - गडौसा, थाना - सकरन के रहने वाले है. 18 फरवरी को एक महिला की सिर कटी लाश बरामद हुई थी, जिसकी शिनाख्त पुत्री - समीउल्ला के रूप मे हुआ था, और मामले मे गांव के ही चार लोंगो के विरूध्द मुकदमा दर्ज किया गया था ! 
 
              इसी मामले मे मृतिका के दस परिजनो को पूछ्ताछ हेतु सकरन थाने बुलाया गया था, जहा पुलिस पिटाई के कारण एक युवक जब्बर की मौत हो गयी !
        
              अत: महोदय से निवेदन है कि मामला को स्वत: संज्ञान मे लेते हुए  पीडित परिवार को सुरक्षा के साथ मुआवजा प्रदान कराते हुए मामले मे निष्पक्ष जांच करायी जाय, क्योकि स्थानीय पुलिस द्वारा सम्भावित दोषियो के साथ मिलीभगत का सन्देह है, इसलिए पीडित परिवारो की जान - माल की सुरक्षा प्रदान कराने की कृपा करे !     
 

                                                                                                                                                                       डा0 लेनिन
 
                                                                                                                                                                     (महा सचिव)                                                   
                                                                                                                                                     मानवाधिकार जन निगरानि समिति
                                                                                                                                                       एस.ए. 4 /2 ए,दौलतपुर,वाराणसी
                                                                                                                                                              मोबा.न0:+919935599333                                      
                                                                                                                                    
                                                                                                                                           pvchr.india@gmail.com                                                                             
                                                                                                                                          www.pvchr.org                                                                        
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वसीम, पुत्र - अब्दुल हमीद, निवासी :- जिला - वाराणसी, राज्य - उत्तर प्रदेश के वाराणसी सेंट्रल जेल के अन्दर न्यायिक हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                              दिनांक - 01 मार्च, 2012

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 12/12/2011 को श्री / सुश्री वसीम, पुत्र - अब्दुल हमीद, निवासी :- जिला - वाराणसी, राज्य - उत्तर प्रदेश के वाराणसी सेंट्रल जेल के अन्दर न्यायिक हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( उपेन्द्र कुमार )

समन्वयक –

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

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Upendra Kumar
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Sa 4/2A, Daulatpur, Varanasi,
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शकील, निवासी :- जिला - बहराइच, राज्य - उत्तर प्रदेश के पुलिस हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                              दिनांक - 01 मार्च, 2012

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 03/06/2011 को श्री / सुश्री शकील, निवासी :- जिला - बहराइच, राज्य - उत्तर प्रदेश के पुलिस हिरासत मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( श्रुति नागवंशी )

मैनेजिंग ट्र्स्ट्री

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

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         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

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साक़ीब उर्फ सोहैल, निवासी :- जिला - कुपवाडा, राज्य - ज्म्मू - कश्मीर के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                              दिनांक - 01 मार्च, 2012.

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 16/07/2011 को श्री / सुश्री साक़ीब उर्फ सोहैल, निवासी :- जिला - कुपवाडा, राज्य - ज्म्मू - कश्मीर के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( डा0 लेनिन )

निदेशक

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

C/O:- मानवाधिकार जन निगरानी समिति (PVCHR)

         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

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पंचम कुमार पासवान, निवासी :- जिला - गया, राज्य - बिहार के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे !

                                                              दिनांक - 01 मार्च, 2012.

सेवा मे,                                                           

    श्रीमान अध्यक्ष,

    राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,

    नई दिल्ली – भारत !

 

विषय :- दिनांक - 23/12/2011 को श्री / सुश्री पंचम कुमार पासवान, निवासी :- जिला - गया, राज्य - बिहार के कथित फर्जी मुठभेड. मे मौत पर शिकायत के सन्दर्भ मे ! 

 

महोदय / महोदया,

 

आपको उपरोक्त घटना के बारे में Detention Watch " गिरफ्तारी पर गश्त " के तहत मानावाधिकार जन निगरानी समिति ( PVCHR ) सूचित करा रहा है कि इस घटित उपरोक्त घटना की हालात के बारे में संदेह है ! इसलिए कानून के राज के तहत जबाबदेही के लिए आवश्यक कार्यवाही जरूरी हैं !

 

मैं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से अनुरोध करता हू कि इस मामले में हो चुकी जांच पर यदि आवश्यक हो तो न्यायिक जांच गठित कर हस्तक्षेप करें ! यह भी जरूरी है की राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा - निर्देशों के तहत सक्षम प्राधिकारी द्वारा पालन करने और विधिवत सूचना दिया गया या नही ? मामले मे दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू किया जाना चाहिए !

मृतक के निकट आश्रित को न केवल पर्याप्त रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए, साथ ही साथ  प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक – सामाजिक कार्यकर्ता से मनोवैज्ञानिक सहायता देना भी जरूरी है !

 

धन्यवाद !

 

भवदीय / भवदीया

 

 

( उपेन्द्र कुमार )

समन्वयक –

Detention Watch "गिरफ्तारी पर गश्त"

C/O:- मानवाधिकार जन निगरानी समिति (PVCHR)

         सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश – 221002.

ईमेल – pvchr.adv@gmail.com


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Upendra Kumar
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