---------- Forwarded message ----------
From: Detention Watch <pvchr.adv@gmail.com>
Date: 2012/4/24
Subject: उत्तर प्रदेश के बभनी थाना क्षेत्र के सतबहिनी गांव की ओर आकृष्ट कराना चन्हुगा, जहा बृहस्पतिवार को पंचायत के फरमान के बाद महिला को डायन कहकर जूते-चप्पलों से पीटा गया।
To: Anil Kumar Parashar <jrlawnhrc@hub.nic.in>, akpnhrc@yahoo.com
Cc: lenin@pvchr.asia, Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>
From: Detention Watch <pvchr.adv@gmail.com>
Date: 2012/4/24
Subject: उत्तर प्रदेश के बभनी थाना क्षेत्र के सतबहिनी गांव की ओर आकृष्ट कराना चन्हुगा, जहा बृहस्पतिवार को पंचायत के फरमान के बाद महिला को डायन कहकर जूते-चप्पलों से पीटा गया।
To: Anil Kumar Parashar <jrlawnhrc@hub.nic.in>, akpnhrc@yahoo.com
Cc: lenin@pvchr.asia, Lenin Raghuvanshi <pvchr.india@gmail.com>
दिनांक :- 24 अप्रैल, 2012.
सेवा मे,
श्रीमान अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग,
नई दिल्ली - भारत !
विषय :- उत्तर प्रदेश के बभनी थाना क्षेत्र के सतबहिनी गांव की ओर आकृष्ट कराना चन्हुगा, जहा बृहस्पतिवार को पंचायत के फरमान के बाद महिला को डायन कहकर जूते-चप्पलों से पीटा गया।
महोदय,
हम आपका ध्यान उत्तर प्रदेश के बभनी थाना क्षेत्र के सतबहिनी गांव की ओर आकृष्ट कराना चन्हुगा, जहा बृहस्पतिवार को पंचायत के फरमान के बाद महिला को डायन कहकर जूते-चप्पलों से पीटा गया। महिला के देवर की भी जमकर पिटाई हुई। पीड़ितों ने इसकी सूचना पुलिस को दी गयी लेकिन अभी तक किसी प्रकार की ठोस कार्यवाही नही हुयी है और सम्भावित दोषी ग्राम प्रधान को गिरफ्तार नही किया गया है।
सतबहिनी गांव की मान कुंअर का पति रामफल कैंसर से पीड़ित है। वाराणसी के लहरतारा स्थित कैंसर अस्पताल से जवाब मिलने के बाद वह घर पर ही मौत का इंतजार कर रहा है। गांव के लोगों ने मान कुंअर पर डायन होने का आरोप लगाया था। इस मामले में तीन अप्रैल को गांव में पंचायत हुई जिसमें उसे डायन करार दिया गया तथा उसके सिर से भूत उतारने के लिए प्रयास करने की बात कही गई। पंचायत ने भूत उतारने में आने वाले चौदह हजार रुपये खर्च भी महिला से ही मांगे। अत्यंत गरीब मानकुंअर ने धन देने से इनकार कर दिया। बृहस्पतिवार को प्रधान ने मानकुंअर को पंचायत के लिए घर पर बुलवाया। मानकुंअर देवर रामदास के साथ प्रधान के घर पहुंची तो यहां पहले से ही कई लोग उपस्थित थे। यहां एक बार फिर से महिला पर रुपये देने का दबाव बनाया गया। महिला के इनकार करने पर प्रधान के कहने पर ग्रामीणों ने महिला और उसके देवर की जूते से पिटाई शुरू कर दी।
इस तरह से आज भी पंचायत का फरमान जारी है जो मानव गरिमा के साथ ही साथ महिलाओ को निशाना बनाया जाता है, सोनभद्र के इन पिछडे ईलाको को लगातर इस प्रकार की घटना घटित होती है, जो प्रशासन की लपरवाही, दबंगो से साठ - गाठ और अन्धविश्वास के कारण मानवता कुचली जा रही है.
अत: श्रीमान जी से निवेदन है की मामला मे त्वरित कार्यवाही करते हुए, सभी दोषी व्यक्तियो तथा अपने जिम्मेदारी को सही ढंग से निर्वाह नही करने वाले अधिकारी व सम्बन्धित थाना पर कार्यवाही करते हुए पीडित परिवार व गवाहो को सुरक्षा के साथ पीडित परिजन को उचित मुआवजा दिलाने की कृपा करे, जिससे आजिविका के साथ ही साथ कैंसर के ईलज मे सहयोग होंगा !
भवदीय
(डा0 लेनिन)
महासचिव,
मानवाधिकार जन निगरानी समिति,
सा 4/2ए., दौलतपुर, वाराणसी - 221002
मोबाईल न0 - +91-9935599333.
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