Monday, December 24, 2012

दो बाते - 1. बाल विवाह, बाल अपहरण

दो बाते - 1. बाल विवाह, पूरी दुनिया का 40 % बाल विवाह भारत मे होता है, जिसमे ग्रामीण भारत मे 57 % है, अब यहा कहना चाहुंगा कि 60 % कहा घटित हो रही है और समझदार शहरी भारतीय 43% को भूल जा रहे है ! हमने स्नातक बाद जाना समाज कार्य की पढाई होती है नौकरी भी मिलता है ! 5 वर्ष की अनुभव मे बच्चो पर कार्य कर रहे हज़ारो संगठनो चाहे वह देशी हो, चाहे विदेशी या सरकारी या गैर सरकारी, बात यह है कि लगभग 100 वर्षो से... ज्यादा का सभ्य समाज और संवेदित तथा मर्यादित समाज कुछ कर पा रहे है - केवल गाल बजा रहे है !
अब दूसरी बात - 2. बाल अपहरण, लगभग 17000 के आस - पास सरकारी आकडा, अन्य संगठनो द्वारा 117000 मात्र, जिसमे केवल 40 % मिल पाते है, पुनर्वास् तो असम्भव ! यहा कहना है कि बालाधिकार संरक्षण करते - करते थक जा रहा हू, लेकिन हो क्या रहा है ! बच्चे जा कहा रहे है, क्यो घटित होती है, जबकि युद्ध स्तर पर दोनो मामले मे लोंग लगे है !

जीवन शैली बदली, बदल गया संसार ! तेरी माया, तुझे मुबारक, यही है मिशाल ! हम है लगे तेरे लिए, वैतरणी हुआ पार, मोह माया के चक्कर छोड पहुच गया इन्द्रलोक ! यहा मै शाश्वत हू, देखा रहा संसार, तु रह अपनी माया - काया मे, मै देखू मेनका, देवसेना और रम्भा, साथ मे है गन्धर्वो की साया !
            ----- अमित "अविनाशी"

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