जेल में अभी भी गुनाह की सजा से ज्यादा अवधि काट चुके और बिना गुनाह के अधीसंख्य मनुष्य कैद है।
स्वत: संज्ञान इस पर कब लिया जाएगा...
भविष्य में स्वतंत्रता मिलने के बाद क्या सामाज और मनुष्यता के प्रति सम्मान रख पायेंगे?
जय हिंद।।
जय भारत।।
महादेव।।। श्रीहरि।।। हरि ॐ।।। श्रीं।।।
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