Friday, January 17, 2025

जेल, मनुष्यता व कोर्ट

 जेल में अभी भी गुनाह की सजा से ज्यादा अवधि काट चुके और बिना गुनाह के अधीसंख्य मनुष्य कैद है। 

स्वत: संज्ञान इस पर कब लिया जाएगा...

भविष्य में स्वतंत्रता मिलने के बाद क्या सामाज और मनुष्यता के प्रति सम्मान रख पायेंगे?

जय हिंद।।

जय भारत।।


महादेव।।। श्रीहरि।।। हरि ॐ।।। श्रीं।।।

Monday, January 13, 2025

जेल तथा मानव कल्याण/अधिकार व कोर्ट

जेल में क्षमता के विपरीत कई गुना ज्यादा मानव कैदी बंद है। जिसमें अति गरीबों की संख्या अत्यधिक है, जिनके परिवार जमानत तक नही ले पा रहे।अमृत काल में माननीय कोर्ट के द्वारा स्वत: संज्ञान ले कर उन गरीबों व अन्य लोगों के लिए आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए। साथ ही सरकार द्वारा बजट बढ़ाकर जेल की क्षमता और सुविधाओं को बढ़ानी चाहिए। वहां मानव ही कैद है, वे भी स्वतंत्र होकर मतदान में भाग ले सकेंगे।
जय हिंद।।
जय भारत।।

महादेव।।। श्रीहरि।।। हरि ॐ।।। श्रीं।।।